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وَمَآ اَرْسَلْنَا مِنْ قَبْلِكَ مِنْ رَّسُوْلٍ اِلَّا نُوْحِيْٓ اِلَيْهِ اَنَّهٗ لَآ اِلٰهَ اِلَّآ اَنَا۠ فَاعْبُدُوْنِ   ( الأنبياء: ٢٥ )

And not
وَمَآ
और नहीं
We sent
أَرْسَلْنَا
भेजा हमने
before you
مِن
आपसे पहले
before you
قَبْلِكَ
आपसे पहले
any
مِن
कोई रसूल
Messenger
رَّسُولٍ
कोई रसूल
but
إِلَّا
मगर
We reveal(ed)
نُوحِىٓ
हमने वही की
to him
إِلَيْهِ
तरफ़ उसके
that [He]
أَنَّهُۥ
कि बैशक वो
"(There is) no
لَآ
नहीं
god
إِلَٰهَ
कोई इलाह (बरहक़)
except
إِلَّآ
मगर
Me
أَنَا۠
मैं ही
so worship Me"
فَٱعْبُدُونِ
पस इबादत करो मेरी

Wama arsalna min qablika min rasoolin illa noohee ilayhi annahu la ilaha illa ana fao'budooni (al-ʾAnbiyāʾ 21:25)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

हमने तुमसे पहले जो रसूल भी भेजा, उसकी ओर यही प्रकाशना की कि ' 'मेरे सिवा कोई पूज्य-प्रभु नहीं। अतः तुम मेरी ही बन्दगी करो।'

English Sahih:

And We sent not before you any messenger except We revealed to him that, "There is no deity except Me, so worship Me." ([21] Al-Anbya : 25)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

तो (जब हक़ का ज़िक्र आता है) ये लोग मुँह फेर लेते हैं और (ऐ रसूल) हमने तुमसे पहले जब कभी कोई रसूल भेजा तो उसके पास ''वही'' भेजते रहे कि बस हमारे सिवा कोई माबूद क़ाबिले परसतिश नहीं तो मेरी इबादत किया करो