يَعْلَمُ مَا بَيْنَ اَيْدِيْهِمْ وَمَا خَلْفَهُمْ وَلَا يَشْفَعُوْنَۙ اِلَّا لِمَنِ ارْتَضٰى وَهُمْ مِّنْ خَشْيَتِهٖ مُشْفِقُوْنَ ( الأنبياء: ٢٨ )
He knows
يَعْلَمُ
वो जानता है
what
مَا
जो कुछ
(is) before them
بَيْنَ
उनके आगे है
(is) before them
أَيْدِيهِمْ
उनके आगे है
and what
وَمَا
और जो कुछ
(is) behind them
خَلْفَهُمْ
उनके पीछे है
and not
وَلَا
और नहीं
they (can) intercede
يَشْفَعُونَ
वो शफ़ाअत करेंगे
except
إِلَّا
मगर
for whom
لِمَنِ
जिसके लिए
He approves
ٱرْتَضَىٰ
वो राज़ी होजाए
And they
وَهُم
और वो
from
مِّنْ
उसकी ख़शियत से
fear of Him
خَشْيَتِهِۦ
उसकी ख़शियत से
stand in awe
مُشْفِقُونَ
डरने वाले हैं
Ya'lamu ma bayna aydeehim wama khalfahum wala yashfa'oona illa limani irtada wahum min khashyatihi mushfiqoona (al-ʾAnbiyāʾ 21:28)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
वह जानता है जो कुछ उनके आगे है और जो कुछ उनके पीछे है, और वे किसी की सिफ़ारिश नहीं करते सिवाय उसके जिसके लिए अल्लाह पसन्द करे। और वे उसके भय से डरते रहते है
English Sahih:
He knows what is [presently] before them and what will be after them, and they cannot intercede except on behalf of one whom He approves. And they, from fear of Him, are apprehensive. ([21] Al-Anbya : 28)