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وَجَعَلْنٰهُمْ اَىِٕمَّةً يَّهْدُوْنَ بِاَمْرِنَا وَاَوْحَيْنَآ اِلَيْهِمْ فِعْلَ الْخَيْرٰتِ وَاِقَامَ الصَّلٰوةِ وَاِيْتَاۤءَ الزَّكٰوةِۚ وَكَانُوْا لَنَا عٰبِدِيْنَ ۙ  ( الأنبياء: ٧٣ )

And We made them
وَجَعَلْنَٰهُمْ
और बनाया हमने उन्हें
leaders
أَئِمَّةً
इमाम
they guide
يَهْدُونَ
वो रहनुमाई करते थे
by Our Command
بِأَمْرِنَا
हमारे हुक्म से
And We inspired
وَأَوْحَيْنَآ
और वही की हमने
to them
إِلَيْهِمْ
तरफ़ उनके
(the) doing
فِعْلَ
करने को
(of) good deeds
ٱلْخَيْرَٰتِ
भलाइयाँ
and establishment
وَإِقَامَ
और क़ायम करना
(of) the prayer
ٱلصَّلَوٰةِ
नमाज़ का
and giving
وَإِيتَآءَ
और अदा करना
(of) zakah;
ٱلزَّكَوٰةِۖ
ज़कात का
and they were
وَكَانُوا۟
और थे वो
of Us
لَنَا
हमारे लिए
worshippers
عَٰبِدِينَ
इबादत गुज़ार

Waja'alnahum aimmatan yahdoona biamrina waawhayna ilayhim fi'la alkhayrati waiqama alssalati waeetaa alzzakati wakanoo lana 'abideena (al-ʾAnbiyāʾ 21:73)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और हमने उन्हें नायक बनाया कि वे हमारे आदेश से मार्ग दिखाते थे और हमने उनकी ओर नेक कामों के करने और नमाज़ की पाबन्दी करने और ज़कात देने की प्रकाशना की, और वे हमारी बन्दगी में लगे हुए थे

English Sahih:

And We made them leaders guiding by Our command. And We inspired to them the doing of good deeds, establishment of prayer, and giving of Zakah; and they were worshippers of Us. ([21] Al-Anbya : 73)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और उन सबको (लोगों का) पेशवा बनाया कि हमारे हुक्म से (उनकी) हिदायत करते थे और हमने उनके पास नेक काम करने और नमाज़ पढ़ने और ज़कात देने की ''वही'' भेजी थी और ये सब के सब हमारी ही इबादत करते थे