اِنَّ الَّذِيْنَ اٰمَنُوْا وَالَّذِيْنَ هَادُوْا وَالصَّابِـِٕيْنَ وَالنَّصٰرٰى وَالْمَجُوْسَ وَالَّذِيْنَ اَشْرَكُوْٓا ۖاِنَّ اللّٰهَ يَفْصِلُ بَيْنَهُمْ يَوْمَ الْقِيٰمَةِۗ اِنَّ اللّٰهَ عَلٰى كُلِّ شَيْءٍ شَهِيْدٌ ( الحج: ١٧ )
Inna allatheena amanoo waallatheena hadoo waalssabieena waalnnasara waalmajoosa waallatheena ashrakoo inna Allaha yafsilu baynahum yawma alqiyamati inna Allaha 'ala kulli shayin shaheedun (al-Ḥajj 22:17)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
जो लोग ईमान लाए और जो यहूदी हुए और साबिई और ईसाई और मजूस और जिन लोगों ने शिर्क किया - इस सबके बीच अल्लाह क़ियामत के दिन फ़ैसला कर देगा। निस्संदेह अल्लाह की दृष्टि में हर चीज़ है
English Sahih:
Indeed, those who have believed and those who were Jews and the Sabeans and the Christians and the Magians and those who associated with Allah – Allah will judge between them on the Day of Resurrection. Indeed Allah is, over all things, Witness. ([22] Al-Hajj : 17)
1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi
इसमें शक नहीं कि जिन लोगों ने ईमान कुबूल किया (मुसलमान) और यहूदी और लामज़हब लोग और ईसाई और मजूसी (आतिशपरस्त) और मुशरेकीन (कुफ्फ़ार) यक़ीनन खुदा उन लोगों के दरमियान क़यामत के दिन (ठीक ठीक) फ़ैसला कर देगा इसमें शक नहीं कि खुदा हर चीज़ को देख रहा है