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وَاِذْ بَوَّأْنَا لِاِبْرٰهِيْمَ مَكَانَ الْبَيْتِ اَنْ لَّا تُشْرِكْ بِيْ شَيْـًٔا وَّطَهِّرْ بَيْتِيَ لِلطَّاۤىِٕفِيْنَ وَالْقَاۤىِٕمِيْنَ وَالرُّكَّعِ السُّجُوْدِ   ( الحج: ٢٦ )

And when
وَإِذْ
और जब
We assigned
بَوَّأْنَا
मुक़र्रर कर दी हमने
to Ibrahim
لِإِبْرَٰهِيمَ
इब्राहीम के लिए
(the) site
مَكَانَ
जगह
(of) the House
ٱلْبَيْتِ
बैतुल्लाह की
"That
أَن
कि
(do) not
لَّا
ना तुम शरीक करो
associate
تُشْرِكْ
ना तुम शरीक करो
with Me
بِى
मेरे साथ
anything
شَيْـًٔا
किसी चीज़ को
and purify
وَطَهِّرْ
और पाक रखो
My House
بَيْتِىَ
मेरे घर को
for those who circumambulate
لِلطَّآئِفِينَ
वास्ते तवाफ़ करने वालों के
and those who stand
وَٱلْقَآئِمِينَ
और क़याम करने वालों
and those who bow
وَٱلرُّكَّعِ
और रूकूअ करने वालों
(and) those who prostrate
ٱلسُّجُودِ
और सजदा करने वालों के

Waith bawwana liibraheema makana albayti an la tushrik bee shayan watahhir baytiya lilttaifeena waalqaimeena waalrrukka'i alssujoodi (al-Ḥajj 22:26)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

याद करो जब कि हमने इबराहीम के लिए अल्लाह के घर को ठिकाना बनाया, इस आदेश के साथ कि 'मेरे साथ किसी चीज़ को साझी न ठहराना और मेरे घर को तवाफ़ (परिक्रमा) करनेवालों और खड़े होने और झुकने और सजदा करनेवालों के लिए पाक-साफ़ रखना।'

English Sahih:

And [mention, O Muhammad], when We designated for Abraham the site of the House, [saying], "Do not associate anything with Me and purify My House for those who perform ‹Tawaf and those who stand [in prayer] and those who bow and prostrate. ([22] Al-Hajj : 26)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और (ऐ रसूल वह वक्त याद करो) जब हमने इबराहीम के ज़रिये से इबरहीम के वास्ते ख़ानए काबा की जगह ज़ाहिर कर दी (और उनसे कहा कि) मेरा किसी चीज़ को शरीक न बनाना और मेरे घर को तवाफ और क़याम और रूकू सुजूद करने वालों के वास्ते साफ सुथरा रखना