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اَوْ يُلْقٰىٓ اِلَيْهِ كَنْزٌ اَوْ تَكُوْنُ لَهٗ جَنَّةٌ يَّأْكُلُ مِنْهَاۗ وَقَالَ الظّٰلِمُوْنَ اِنْ تَتَّبِعُوْنَ اِلَّا رَجُلًا مَّسْحُوْرًا  ( الفرقان: ٨ )

Or
أَوْ
या
is delivered
يُلْقَىٰٓ
डाला जाता
to him
إِلَيْهِ
तरफ़ उसके
a treasure
كَنزٌ
कोई ख़ज़ाना
or
أَوْ
या
is
تَكُونُ
होता
for him
لَهُۥ
उसके लिए
a garden
جَنَّةٌ
कोई बाग़
he may eat
يَأْكُلُ
वो खाता
from it
مِنْهَاۚ
उसमें से
And say
وَقَالَ
और कहा
the wrongdoers
ٱلظَّٰلِمُونَ
ज़लिमों ने
"Not
إِن
नहीं
you follow
تَتَّبِعُونَ
तुम पैरवी करते
but
إِلَّا
मगर
a man
رَجُلًا
एक मर्द की
bewitched"
مَّسْحُورًا
जो सहरज़दा है

Aw yulqa ilayhi kanzun aw takoonu lahu jannatun yakulu minha waqala alththalimoona in tattabi'oona illa rajulan mashooran (al-Furq̈ān 25:8)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

या इसकी ओर कोई ख़ज़ाना ही डाल दिया जाता या इसके पास कोई बाग़ होता, जिससे यह खाता।' और इन ज़ालिमों का कहना है, 'तुम लोग तो बस एक ऐसे व्यक्ति के पीछे चल रहे हो जो जादू का मारा हुआ है!'

English Sahih:

Or [why is not] a treasure presented to him [from heaven], or does he [not] have a garden from which he eats?" And the wrongdoers say, "You follow not but a man affected by magic." ([25] Al-Furqan : 8)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(कम से कम) इसके पास ख़ज़ाना ही ख़ज़ाना ही (आसमान से) गिरा दिया जाता या (और नहीं तो) उसके पास कोई बाग़ ही होता कि उससे खाता (पीता) और ये ज़ालिम (कुफ्फ़ार मोमिनों से) कहते हैं कि तुम लोग तो बस ऐसे आदमी की पैरवी करते हो जिस पर जादू कर दिया गया है