وَاَدْخِلْ يَدَكَ فِيْ جَيْبِكَ تَخْرُجْ بَيْضَاۤءَ مِنْ غَيْرِ سُوْۤءٍۙ فِيْ تِسْعِ اٰيٰتٍ اِلٰى فِرْعَوْنَ وَقَوْمِهٖۚ اِنَّهُمْ كَانُوْا قَوْمًا فٰسِقِيْنَ ( النمل: ١٢ )
And enter
وَأَدْخِلْ
और दाख़िल कर दे
your hand
يَدَكَ
हाथ अपना
into
فِى
अपने गिरेबान में
your bosom
جَيْبِكَ
अपने गिरेबान में
it will come forth
تَخْرُجْ
वो निकलेगा
white
بَيْضَآءَ
सफ़ेद /चमकता हुआ
without
مِنْ
बग़ैर
without
غَيْرِ
बग़ैर
harm
سُوٓءٍۖ
मर्ज़ /तक्लीफ़ के
(These are) among
فِى
नौ निशानियों में से हैं
nine
تِسْعِ
नौ निशानियों में से हैं
signs
ءَايَٰتٍ
नौ निशानियों में से हैं
to
إِلَىٰ
तरफ़ फ़िरऔन
Firaun
فِرْعَوْنَ
तरफ़ फ़िरऔन
and his people
وَقَوْمِهِۦٓۚ
और उसकी क़ौम के
Indeed, they
إِنَّهُمْ
बेशक वो
are
كَانُوا۟
हैं वो
a people
قَوْمًا
लोग
defiantly disobedient"
فَٰسِقِينَ
नाफ़रमान
Waadkhil yadaka fee jaybika takhruj baydaa min ghayri sooin fee tis'i ayatin ila fir'awna waqawmihi innahum kanoo qawman fasiqeena (an-Naml 27:12)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
अपना हाथ गिरेबान में डाल। वह बिना किसी ख़राबी के उज्जवल चमकता निकलेगा। ये नौ निशानियों में से है फ़िरऔन और उसकी क़ौम की ओर भेजने के लिए। निश्चय ही वे अवज्ञाकारी लोग है।'
English Sahih:
And put your hand into the opening of your garment [at the breast]; it will come out white without disease. [These are] among the nine signs [you will take] to Pharaoh and his people. Indeed, they have been a people defiantly disobedient." ([27] An-Naml : 12)