قَالَ رَبِّ بِمَآ اَنْعَمْتَ عَلَيَّ فَلَنْ اَكُوْنَ ظَهِيْرًا لِّلْمُجْرِمِيْنَ ( القصص: ١٧ )
He said
قَالَ
कहा
"My Lord!
رَبِّ
ऐ मेरे रब
Because
بِمَآ
बवजह उसके जो
You have favored
أَنْعَمْتَ
इनआम किया तू ने
[on] me
عَلَىَّ
मुझ पर
so not
فَلَنْ
तो हरगिज़ नहीं
I will be
أَكُونَ
मैं हूँगा
a supporter
ظَهِيرًا
मददगार
(of) the criminals"
لِّلْمُجْرِمِينَ
मुजरिमों के लिए
Qala rabbi bima an'amta 'alayya falan akoona thaheeran lilmujrimeena (al-Q̈aṣaṣ 28:17)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
उसने कहा, 'ऐ मेरे रब! जैसे तूने मुझपर अनुकम्पा दर्शाई है, अब मैं भी कभी अपराधियों का सहायक नहीं बनूँगा।'
English Sahih:
He said, "My Lord, for the favor You bestowed upon me, I will never be an assistant to the criminals." ([28] Al-Qasas : 17)