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اَوَلَمْ يَرَوْا كَيْفَ يُبْدِئُ اللّٰهُ الْخَلْقَ ثُمَّ يُعِيْدُهٗ ۗاِنَّ ذٰلِكَ عَلَى اللّٰهِ يَسِيْرٌ   ( العنكبوت: ١٩ )

Do not
أَوَلَمْ
क्या भला नहीं
they see
يَرَوْا۟
उन्होंने देखा
how
كَيْفَ
किस तरह
Allah originates
يُبْدِئُ
इब्तिदा करता है
Allah originates
ٱللَّهُ
अल्लाह
the creation
ٱلْخَلْقَ
मख़लूक़ की
then
ثُمَّ
फिर
repeats it?
يُعِيدُهُۥٓۚ
वो एआदा करेगा उसका
Indeed
إِنَّ
बेशक
that
ذَٰلِكَ
ये
for
عَلَى
अल्लाह पर
Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह पर
(is) easy
يَسِيرٌ
बहुत आसान है

Awalam yaraw kayfa yubdio Allahu alkhalqa thumma yu'eeduhu inna thalika 'ala Allahi yaseerun (al-ʿAnkabūt 29:19)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

क्या उन्होंने देखा नहीं कि अल्लाह किस प्रकार पैदाइश का आरम्भ करता है और फिर उसकी पुनरावृत्ति करता है? निस्संदेह यह अल्लाह के लिए अत्यन्त सरल है

English Sahih:

Have they not considered how Allah begins creation and then repeats it? Indeed that, for Allah, is easy. ([29] Al-'Ankabut : 19)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

बस क्या उन लोगों ने इस पर ग़ौर नहीं किया कि ख़ुदा किस तरह मख़लूकात को पहले पहल पैदा करता है और फिर उसको दोबारा पैदा करेगा ये तो ख़ुदा के नज़दीक बहुत आसान बात है