قَالَ اِنَّ فِيْهَا لُوْطًا ۗقَالُوْا نَحْنُ اَعْلَمُ بِمَنْ فِيْهَا ۖ لَنُنَجِّيَنَّهٗ وَاَهْلَهٗٓ اِلَّا امْرَاَتَهٗ كَانَتْ مِنَ الْغٰبِرِيْنَ ( العنكبوت: ٣٢ )
He said
قَالَ
इब्राहीम ने कहा
"Indeed
إِنَّ
बेशक
in it
فِيهَا
इसमें
(is) Lut"
لُوطًاۚ
लूत है
They said
قَالُوا۟
उन्होंने कहा
"We
نَحْنُ
हम
know better
أَعْلَمُ
ज़्यादा जानते हैं
who
بِمَن
उसे जो
(is) in it
فِيهَاۖ
इस में है
We will surely save him
لَنُنَجِّيَنَّهُۥ
अलबत्ता हम ज़रूर निजात देंगे उसे
and his family
وَأَهْلَهُۥٓ
और उसके घर वालों को
except
إِلَّا
सिवाए
his wife
ٱمْرَأَتَهُۥ
उसकी बीवी के
She
كَانَتْ
है वो
(is) of
مِنَ
पीछे रहने वालों में से
those who remain behind
ٱلْغَٰبِرِينَ
पीछे रहने वालों में से
Qala inna feeha lootan qaloo nahnu a'lamu biman feeha lanunajjiyannahu waahlahu illa imraatahu kanat mina alghabireena (al-ʿAnkabūt 29:32)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
उसने कहाँ, 'वहाँ तो लूत मौजूद है।' वे बोले, 'जो कोई भी वहाँ है, हम भली-भाँति जानते है। हम उसको और उसके घरवालों को बचा लेंगे, सिवाय उसकी स्त्री के। वह पीछे रह जानेवालों में से है।'
English Sahih:
[Abraham] said, "Indeed, within it is Lot." They said, "We are more knowing of who is within it. We will surely save him and his family, except his wife. She is to be of those who remain behind." ([29] Al-'Ankabut : 32)