وَالَّذِيْنَ اٰمَنُوْا وَعَمِلُوا الصّٰلِحٰتِ لَنُكَفِّرَنَّ عَنْهُمْ سَيِّاٰتِهِمْ وَلَنَجْزِيَنَّهُمْ اَحْسَنَ الَّذِيْ كَانُوْا يَعْمَلُوْنَ ( العنكبوت: ٧ )
And those who
وَٱلَّذِينَ
और वो जो
believe
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए
and do
وَعَمِلُوا۟
और उन्होंने अमल किए
righteous (deeds)
ٱلصَّٰلِحَٰتِ
नेक
surely We will remove
لَنُكَفِّرَنَّ
अलबत्ता हम ज़रूर दूर कर देंगे
from them
عَنْهُمْ
उनसे
their evil deeds
سَيِّـَٔاتِهِمْ
बुराइयाँ उनकी
and We will surely reward them
وَلَنَجْزِيَنَّهُمْ
और अलबत्ता हम ज़रूर बदला देंगे उन्हें
(the) best
أَحْسَنَ
बेहतरीन
(of) what
ٱلَّذِى
उसका जो
they used
كَانُوا۟
थे वो
(to) do
يَعْمَلُونَ
वो अमल करते
Waallatheena amanoo wa'amiloo alssalihati lanukaffiranna 'anhum sayyiatihim walanajziyannahum ahsana allathee kanoo ya'maloona (al-ʿAnkabūt 29:7)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और जो लोग ईमान लाए और उन्होंने अच्छा कर्म किए हम उनसे उनकी बुराइयों को दूर कर देंगे और उन्हें अवश्य ही उसका प्रतिदान प्रदान करेंगे, जो कुछ अच्छे कर्म वे करते रहे होंगे
English Sahih:
And those who believe and do righteous deeds – We will surely remove from them their misdeeds and will surely reward them according to the best of what they used to do. ([29] Al-'Ankabut : 7)