قَالَ رَبِّ اَنّٰى يَكُوْنُ لِيْ غُلٰمٌ وَّقَدْ بَلَغَنِيَ الْكِبَرُ وَامْرَاَتِيْ عَاقِرٌ ۗ قَالَ كَذٰلِكَ اللّٰهُ يَفْعَلُ مَا يَشَاۤءُ ( آل عمران: ٤٠ )
He said
قَالَ
उसने कहा
"My Lord
رَبِّ
ऐ मेरे रब
how
أَنَّىٰ
कैसे
can (there) be
يَكُونُ
होगा
for me
لِى
मेरे लिए
a son
غُلَٰمٌ
लड़का
and verily
وَقَدْ
हालाँकि तहक़ीक़
has reached me
بَلَغَنِىَ
पहुँचा मुझे
[the] old age
ٱلْكِبَرُ
बुढ़ापा
and my wife
وَٱمْرَأَتِى
और बीवी मेरी
(is) [a] barren?"
عَاقِرٌۖ
बाँझ है
He said
قَالَ
उसने कहा
"Thus;
كَذَٰلِكَ
इसी तरह
Allah
ٱللَّهُ
अल्लाह
does
يَفْعَلُ
करता है
what
مَا
जो
He wills"
يَشَآءُ
वो चाहता है
Qala rabbi anna yakoonu lee ghulamun waqad balaghaniya alkibaru waimraatee 'aqirun qala kathalika Allahu yaf'alu ma yashao (ʾĀl ʿImrān 3:40)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
उसने कहा, 'मेरे रब! मेरे यहाँ लड़का कैसे पैदा होगा, जबकि मुझे बुढापा आ गया है और मेरी पत्ऩी बाँझ है?' कहा, 'इसी प्रकार अल्लाह जो चाहता है, करता है।'
English Sahih:
He said, "My Lord, how will I have a boy when I have reached old age and my wife is barren?" He [the angel] said, "Such is Allah; He does what He wills." ([3] Ali 'Imran : 40)