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اِذْ قَالَ اللّٰهُ يٰعِيْسٰٓى اِنِّيْ مُتَوَفِّيْكَ وَرَافِعُكَ اِلَيَّ وَمُطَهِّرُكَ مِنَ الَّذِيْنَ كَفَرُوْا وَجَاعِلُ الَّذِيْنَ اتَّبَعُوْكَ فَوْقَ الَّذِيْنَ كَفَرُوْٓا اِلٰى يَوْمِ الْقِيٰمَةِ ۚ ثُمَّ اِلَيَّ مَرْجِعُكُمْ فَاَحْكُمُ بَيْنَكُمْ فِيْمَا كُنْتُمْ فِيْهِ تَخْتَلِفُوْنَ  ( آل عمران: ٥٥ )

When
إِذْ
जब
said
قَالَ
फ़रमाया
Allah
ٱللَّهُ
अल्लाह ने
"O Isa!
يَٰعِيسَىٰٓ
ऐ ईसा
Indeed, I
إِنِّى
बेशक मैं
(will) take you
مُتَوَفِّيكَ
पूरा पूरा लेने वाला हूँ तुझे
and raise you
وَرَافِعُكَ
और उठा लेने वाला हूँ तुझे
to Myself
إِلَىَّ
तरफ़ अपने
and purify you
وَمُطَهِّرُكَ
और पाक करने वाला हूँ तुझे
from
مِنَ
उनसे जिन्होंने
those who
ٱلَّذِينَ
उनसे जिन्होंने
disbelieve[d]
كَفَرُوا۟
कुफ़्र किया
and I will make
وَجَاعِلُ
और बनाने वाला हूँ
those who
ٱلَّذِينَ
उनको जिन्होंने
follow[ed] you
ٱتَّبَعُوكَ
पैरवी की तेरी
superior
فَوْقَ
ऊपर
(to) those who
ٱلَّذِينَ
उनके जिन्होंने
disbelieve[d]
كَفَرُوٓا۟
कुफ़्र किया
on
إِلَىٰ
क़यामत के दिन तक
(the) Day
يَوْمِ
क़यामत के दिन तक
(of) [the] Resurrection
ٱلْقِيَٰمَةِۖ
क़यामत के दिन तक
Then
ثُمَّ
फिर
to Me
إِلَىَّ
तरफ़ मेरे ही
(is) your return
مَرْجِعُكُمْ
लौटना है तुम्हारा
and I will judge
فَأَحْكُمُ
तो मैं फ़ैसला करुँगा
between you
بَيْنَكُمْ
दर्मियान तुम्हारे
about what
فِيمَا
उसमें जो
you were
كُنتُمْ
थे तुम
[in it]
فِيهِ
जिसमें
differing
تَخْتَلِفُونَ
तुम इख़्तिलाफ़ करते

Ith qala Allahu ya 'eesa innee mutawaffeeka warafi'uka ilayya wamutahhiruka mina allatheena kafaroo waja'ilu allatheena ittaba'ooka fawqa allatheena kafaroo ila yawmi alqiyamati thumma ilayya marji'ukum faahkumu baynakum feema kuntum feehi takhtalifoona (ʾĀl ʿImrān 3:55)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

जब अल्लाह ने कहा, 'ऐ ईसा! मैं तुझे अपने क़ब्जे में ले लूँगा और तुझे अपनी ओर उठा लूँगा और अविश्वासियों (की कुचेष्टाओं) से तुझे पाक कर दूँगा और तेरे अनुयायियों को क़ियामत के दिन तक लोगों के ऊपर रखूँगा, जिन्होंने इनकार किया। फिर मेरी ओर तुम्हें लौटना है। फिर मैं तुम्हारे बीच उन चीज़ों का फ़ैसला कर दूँगा, जिनके विषय में तुम विभेद करते रहे हो

English Sahih:

[Mention] when Allah said, "O Jesus, indeed I will take you and raise you to Myself and purify [i.e., free] you from those who disbelieve and make those who follow you [in submission to Allah alone] superior to those who disbelieve until the Day of Resurrection. Then to Me is your return, and I will judge between you concerning that in which you used to differ. ([3] Ali 'Imran : 55)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और यहूदियों (ने ईसा से) मक्कारी की और ख़ुदा ने उसके दफ़ईया की तदबीर की और ख़ुदा सब से बेहतर तदबीर करने वाला है (वह वक्त भी याद करो) जब ईसा से ख़ुदा ने फ़रमाया ऐ ईसा मैं ज़रूर तुम्हारी ज़िन्दगी की मुद्दत पूरी करके तुमको अपनी तरफ़ उठा लूंगा और काफ़िरों (की ज़िन्दगी) से तुमको पाक व पाकीज़ा रखूंगा और जिन लोगों ने तुम्हारी पैरवी की उनको क़यामत तक काफ़िरों पर ग़ालिब रखूंगा फिर तुम सबको मेरी तरफ़ लौटकर आना है