وَهُوَ الَّذِيْ يَبْدَؤُا الْخَلْقَ ثُمَّ يُعِيْدُهٗ وَهُوَ اَهْوَنُ عَلَيْهِۗ وَلَهُ الْمَثَلُ الْاَعْلٰى فِى السَّمٰوٰتِ وَالْاَرْضِۚ وَهُوَ الْعَزِيْزُ الْحَكِيْمُ ࣖ ( الروم: ٢٧ )
Wahuwa allathee yabdao alkhalqa thumma yu'eeduhu wahuwa ahwanu 'alayhi walahu almathalu ala'la fee alssamawati waalardi wahuwa al'azeezu alhakeemu (ar-Rūm 30:27)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
वही है जो सृष्टि का आरम्भ करता है। फिर वही उसकी पुनरावृत्ति करेगा। और यह उसके लिए अधिक सरल है। आकाशों और धरती में उसी मिसाल (गुण) सर्वोच्च है। और वह अत्यन्त प्रभुत्वशाली, तत्वदर्शी हैं
English Sahih:
And it is He who begins creation; then He repeats it, and that is [even] easier for Him. To Him belongs the highest description [i.e., attribute] in the heavens and earth. And He is the Exalted in Might, the Wise. ([30] Ar-Rum : 27)