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يُّصْلِحْ لَكُمْ اَعْمَالَكُمْ وَيَغْفِرْ لَكُمْ ذُنُوْبَكُمْۗ وَمَنْ يُّطِعِ اللّٰهَ وَرَسُوْلَهٗ فَقَدْ فَازَ فَوْزًا عَظِيْمًا   ( الأحزاب: ٧١ )

He will amend
يُصْلِحْ
वो इस्लाह कर देगा
for you
لَكُمْ
तुम्हारे लिए
your deeds
أَعْمَٰلَكُمْ
तुम्हारे आमाल की
and forgive
وَيَغْفِرْ
और वो बख़्श देगा
you
لَكُمْ
तुम्हारे लिए
your sins
ذُنُوبَكُمْۗ
तुम्हारे गुनाहों को
And whoever
وَمَن
और जो कोई
obeys
يُطِعِ
इताअत करेगा
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह की
and His Messenger
وَرَسُولَهُۥ
और उसके रसूल की
certainly
فَقَدْ
तो तहक़ीक़
has attained
فَازَ
वो कामयाब हुआ
an attainment
فَوْزًا
कामयाब होना
great
عَظِيمًا
बहुत बड़ा

Yuslih lakum a'malakum wayaghfir lakum thunoobakum waman yuti'i Allaha warasoolahu faqad faza fawzan 'atheeman (al-ʾAḥzāb 33:71)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

वह तुम्हारे कर्मों को सँवार देगा और तुम्हारे गुनाहों को क्षमा कर देगा। और जो अल्लाह और उसके रसूल का आज्ञापालन करे, उसने बड़ी सफलता प्राप्त॥ कर ली है

English Sahih:

He will [then] amend for you your deeds and forgive you your sins. And whoever obeys Allah and His Messenger has certainly attained a great attainment. ([33] Al-Ahzab : 71)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

तो खुदा तुम्हारी कारगुज़ारियों को दुरूस्त कर देगा और तुम्हारे गुनाह बख्श देगा और जिस शख्स ने खुदा और उसके रसूल की इताअत की वह तो अपनी मुराद को खूब अच्छी तरह पहुँच गया