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مَا يَنْظُرُوْنَ اِلَّا صَيْحَةً وَّاحِدَةً تَأْخُذُهُمْ وَهُمْ يَخِصِّمُوْنَ  ( يس: ٤٩ )

Not
مَا
नहीं
they await
يَنظُرُونَ
वो इन्तिज़ार कर रहे
except
إِلَّا
मगर
a shout
صَيْحَةً
चिंघाड़ का
one
وَٰحِدَةً
एक ही
it will seize them
تَأْخُذُهُمْ
वो पकड़ लेगी उन्हें
while they
وَهُمْ
जब कि वो
are disputing
يَخِصِّمُونَ
वो झगड़ रहे होंगे

Ma yanthuroona illa sayhatan wahidatan takhuthuhum wahum yakhissimoona (Yāʾ Sīn 36:49)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

वे तो बस एक प्रचंड चीत्कार की प्रतीक्षा में है, जो उन्हें आ पकड़ेगी, जबकि वे झगड़ते होंगे

English Sahih:

They do not await except one blast which will seize them while they are disputing. ([36] Ya-Sin : 49)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(ऐ रसूल) ये लोग एक सख्त चिंघाड़ (सूर) के मुनतज़िर हैं जो उन्हें (उस वक्त) ले डालेगी