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لَا يَسْتَطِيْعُوْنَ نَصْرَهُمْۙ وَهُمْ لَهُمْ جُنْدٌ مُّحْضَرُوْنَ  ( يس: ٧٥ )

Not
لَا
नहीं वो इस्तिताअत रखते
they are able
يَسْتَطِيعُونَ
नहीं वो इस्तिताअत रखते
to help them
نَصْرَهُمْ
उनकी मदद की
but they -
وَهُمْ
बल्कि वो ख़ुद
for them
لَهُمْ
उनके लिए
(are) host(s)
جُندٌ
लश्कर हैं
(who will) be brought
مُّحْضَرُونَ
हाज़िर किए गए

La yastatee'oona nasrahum wahum lahum jundun muhdaroona (Yāʾ Sīn 36:75)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

वे उनकी सहायता करने की सामर्थ्य नहीं रखते, हालाँकि वे (बहुदेववादियों की अपनी स्पष्ट में) उनके लिए उपस्थित सेनाएँ हैं

English Sahih:

They are not able to help them, and they [themselves] are for them soldiers in attendance. ([36] Ya-Sin : 75)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और ये कुफ्फ़ार उन माबूदों के लशकर हैं (और क़यामत में) उन सबकी हाज़िरी ली जाएगी