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اَفَبِعَذَابِنَا يَسْتَعْجِلُوْنَ  ( الصافات: ١٧٦ )

Then is (it) for Our punishment
أَفَبِعَذَابِنَا
क्या भला हमारे अज़ाब को
they hasten?
يَسْتَعْجِلُونَ
वो जल्दी माँगते हैं

Afabi'athabina yasta'jiloona (aṣ-Ṣāffāt 37:176)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

क्या वे हमारी यातना के लिए जल्दी मचा रहे हैं?

English Sahih:

Then for Our punishment are they impatient? ([37] As-Saffat : 176)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

तो क्या ये लोग हमारे अज़ाब की जल्दी कर रहे हैं