اِصْبِرْ عَلٰى مَا يَقُوْلُوْنَ وَاذْكُرْ عَبْدَنَا دَاوٗدَ ذَا الْاَيْدِۚ اِنَّهٗٓ اَوَّابٌ ( ص: ١٧ )
Be patient
ٱصْبِرْ
सब्र कीजिए
over
عَلَىٰ
उस पर जो
what
مَا
उस पर जो
they say
يَقُولُونَ
वो कहते हैं
and remember
وَٱذْكُرْ
और ज़िक्र कीजिए
Our slave
عَبْدَنَا
हमारे बन्दे
Dawood
دَاوُۥدَ
दाऊद का
the possessor of strength
ذَا
जो क़ुव्वत वाला था
the possessor of strength
ٱلْأَيْدِۖ
जो क़ुव्वत वाला था
Indeed, he (was)
إِنَّهُۥٓ
बेशक वो
repeatedly turning
أَوَّابٌ
बहुत रुजूअ करने वाला था
Isbir 'ala ma yaqooloona waothkur 'abdana dawooda tha alaydi innahu awwabun (Ṣād 38:17)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
वे जो कुछ कहते है उसपर धैर्य से काम लो और ज़ोर व शक्तिवाले हमारे बन्दे दाऊद को याद करो। निश्चय ही वह (अल्लाह की ओर) बहुत रुजू करनेवाला था
English Sahih:
Be patient over what they say and remember Our servant, David, the possessor of strength; indeed, he was one who repeatedly turned back [to Allah]. ([38] Sad : 17)