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وَاِنَّ مِنْكُمْ لَمَنْ لَّيُبَطِّئَنَّۚ فَاِنْ اَصَابَتْكُمْ مُّصِيْبَةٌ قَالَ قَدْ اَنْعَمَ اللّٰهُ عَلَيَّ اِذْ لَمْ اَكُنْ مَّعَهُمْ شَهِيْدًا   ( النساء: ٧٢ )

And indeed
وَإِنَّ
और बेशक
among you
مِنكُمْ
तुम में से
(is he) who
لَمَن
अलबत्ता वो है जो
lags behind
لَّيُبَطِّئَنَّ
ज़रूर देर लगाता है
then if
فَإِنْ
फिर अगर
befalls you
أَصَٰبَتْكُم
पहुँचे तुम्हें
a disaster
مُّصِيبَةٌ
कोई मुसीबत
he said
قَالَ
वो कहता है
"Verily
قَدْ
तहक़ीक़
(has) favored
أَنْعَمَ
इनाम किया
Allah
ٱللَّهُ
अल्लाह ने
[on] me
عَلَىَّ
मुझ पर
[when]
إِذْ
जब कि
(that) not
لَمْ
ना
I was
أَكُن
था मैं
with them"
مَّعَهُمْ
साथ उनके
present"
شَهِيدًا
हाज़िर / मौजूद

Wainna minkum laman layubattianna fain asabatkum museebatun qala qad an'ama Allahu 'alayya ith lam akun ma'ahum shaheedan (an-Nisāʾ 4:72)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

तुमसे से कोई ऐसा भी है जो ढीला पड़ जाता है, फिर यदि तुमपर कोई मुसीबत आए तो कहने लगता है कि अल्लाह ने मुझपर कृपा की कि मैं इन लोगों के साथ न गया

English Sahih:

And indeed, there is among you he who lingers behind; and if disaster strikes you, he says, "Allah has favored me in that I was not present with them." ([4] An-Nisa : 72)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और तुममें से बाज़ ऐसे भी हैं जो (जेहाद से) ज़रूर पीछे रहेंगे फिर अगर इत्तेफ़ाक़न तुमपर कोई मुसीबत आ पड़ी तो कहने लगे ख़ुदा ने हमपर बड़ा फ़ज़ल किया कि उनमें (मुसलमानों) के साथ मौजूद न हुआ