وَلَقَدْ اَرْسَلْنَا مُوْسٰى بِاٰيٰتِنَآ اِلٰى فِرْعَوْنَ وَمَلَا۟ىِٕهٖ فَقَالَ اِنِّيْ رَسُوْلُ رَبِّ الْعٰلَمِيْنَ ( الزخرف: ٤٦ )
And certainly
وَلَقَدْ
और अलबत्ता तहक़ीक़
We sent
أَرْسَلْنَا
भेजा हमने
Musa
مُوسَىٰ
मूसा को
with Our Signs
بِـَٔايَٰتِنَآ
साथ अपनी निशानियों के
to
إِلَىٰ
तरफ़ फ़िरऔन
Firaun
فِرْعَوْنَ
तरफ़ फ़िरऔन
and his chiefs
وَمَلَإِي۟هِۦ
और उसके सरदारों के
and he said
فَقَالَ
तो उसने कहा
"Indeed I am
إِنِّى
बेशक मैं
a Messenger
رَسُولُ
रसूल हूँ
(of the) Lord
رَبِّ
रब का
(of) the worlds"
ٱلْعَٰلَمِينَ
तमाम जहानों के
Walaqad arsalna moosa biayatina ila fir'awna wamalaihi faqala innee rasoolu rabbi al'alameena (az-Zukhruf 43:46)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और हमने मूसा को अपनी निशानियों के साथ फ़िरऔन और उसके सरदारों के पास भेजा तो उसने कहा, 'मैं सारे संसार के रब का रसूल हूँ।'
English Sahih:
And certainly did We send Moses with Our signs to Pharaoh and his establishment, and he said, "Indeed, I am the messenger of the Lord of the worlds." ([43] Az-Zukhruf : 46)