وَلَا يَصُدَّنَّكُمُ الشَّيْطٰنُۚ اِنَّهٗ لَكُمْ عَدُوٌّ مُّبِيْنٌ ( الزخرف: ٦٢ )
And (let) not
وَلَا
और ना
avert you
يَصُدَّنَّكُمُ
हरगिज़ रोके तुम्हें
the Shaitaan
ٱلشَّيْطَٰنُۖ
शैतान
Indeed he
إِنَّهُۥ
बेशक वो
(is) for you
لَكُمْ
तुम्हारा
an enemy
عَدُوٌّ
दुश्मन है
clear
مُّبِينٌ
खुल्लम-खुल्ला
Wala yasuddannakumu alshshaytanu innahu lakum 'aduwwun mubeenun (az-Zukhruf 43:62)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और शैतान तुम्हें रोक न दे, निश्चय ही वह तुम्हारा खुला शत्रु है
English Sahih:
And never let Satan avert you. Indeed, he is to you a clear enemy. ([43] Az-Zukhruf : 62)