اِذْ قَالَ الْحَوَارِيُّوْنَ يٰعِيْسَى ابْنَ مَرْيَمَ هَلْ يَسْتَطِيْعُ رَبُّكَ اَنْ يُّنَزِّلَ عَلَيْنَا مَاۤىِٕدَةً مِّنَ السَّمَاۤءِ ۗقَالَ اتَّقُوا اللّٰهَ اِنْ كُنْتُمْ مُّؤْمِنِيْنَ ( المائدة: ١١٢ )
Ith qala alhawariyyoona ya 'eesa ibna maryama hal yastatee'u rabbuka an yunazzila 'alayna maidatan mina alssamai qala ittaqoo Allaha in kuntum mumineena (al-Māʾidah 5:112)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और याद करो जब हवारियों ने कहा, 'ऐ मरयम के बेटे ईसा! क्या तुम्हारा रब आकाश से खाने से भरा भाल उतार सकता है?' कहा, 'अल्लाह से डरो, यदि तुम ईमानवाले हो।'
English Sahih:
[And remember] when the disciples said, "O Jesus, Son of Mary, can your Lord send down to us a table [spread with food] from the heaven?" [Jesus] said, "Fear Allah, if you should be believers." ([5] Al-Ma'idah : 112)
1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi
(वह वक्त याद करो) जब हवारियों ने ईसा से अर्ज़ की कि ऐ मरियम के बेटे ईसा क्या आप का ख़ुदा उस पर क़ादिर है कि हम पर आसमान से (नेअमत की) एक ख्वान नाज़िल फरमाए ईसा ने कहा अगर तुम सच्चे ईमानदार हो तो ख़ुदा से डरो (ऐसी फरमाइश जिसमें इम्तेहान मालूम हो न करो)