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مُتَّكِـِٕيْنَ عَلٰى سُرُرٍ مَّصْفُوْفَةٍۚ وَزَوَّجْنٰهُمْ بِحُوْرٍ عِيْنٍ  ( الطور: ٢٠ )

Reclining
مُتَّكِـِٔينَ
तकिया लगाए हुए होंगे
on
عَلَىٰ
तख़्तों पर
thrones
سُرُرٍ
तख़्तों पर
lined up
مَّصْفُوفَةٍۖ
क़तार में रखे हुए
and We will marry them
وَزَوَّجْنَٰهُم
और ब्याह देंगे हम उन्हें
to fair ones
بِحُورٍ
साथ गोरी औरतों के
with large eyes
عِينٍ
बड़ी आँखों वाली

Muttakieena 'ala sururin masfoofatin wazawwajnahum bihoorin 'eenin (aṭ-Ṭūr 52:20)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

- पंक्तिबद्ध तख़्तो पर तकिया लगाए हुए होंगे और हम बड़ी आँखोंवाली हूरों (परम रूपवती स्त्रियों) से उनका विवाह कर देंगे

English Sahih:

They will be reclining on thrones lined up, and We will marry them to fair women with large, [beautiful] eyes. ([52] At-Tur : 20)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

तकिए लगाकर ख़ूब मज़े से खाओ पियो और हम बड़ी बड़ी ऑंखों वाली हूर से उनका ब्याह रचाएँगे