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مُتَّكِـِٕيْنَ عَلٰى رَفْرَفٍ خُضْرٍ وَّعَبْقَرِيٍّ حِسَانٍۚ   ( الرحمن: ٧٦ )

Reclining
مُتَّكِـِٔينَ
तकिया लगाए हुए होंगे
on
عَلَىٰ
क़ालीनों पर
cushions
رَفْرَفٍ
क़ालीनों पर
green
خُضْرٍ
सब्ज़
and carpets
وَعَبْقَرِىٍّ
और नादिर
beautiful
حِسَانٍ
ख़ूबसूरत

Muttakieena 'ala rafrafin khudrin wa'abqariyyin hisanin (ar-Raḥmān 55:76)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

वे हरे रेशमी गद्दो और उत्कृष्ट् और असाधारण क़ालीनों पर तकिया लगाए होंगे;

English Sahih:

Reclining on green cushions and beautiful fine carpets. ([55] Ar-Rahman : 76)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

ये लोग सब्ज़ कालीनों और नफीस व हसीन मसनदों पर तकिए लगाए (बैठे) होंगे