Skip to main content

وَلَا تَسُبُّوا الَّذِيْنَ يَدْعُوْنَ مِنْ دُوْنِ اللّٰهِ فَيَسُبُّوا اللّٰهَ عَدْوًاۢ بِغَيْرِ عِلْمٍۗ كَذٰلِكَ زَيَّنَّا لِكُلِّ اُمَّةٍ عَمَلَهُمْۖ ثُمَّ اِلٰى رَبِّهِمْ مَّرْجِعُهُمْ فَيُنَبِّئُهُمْ بِمَا كَانُوْا يَعْمَلُوْنَ   ( الأنعام: ١٠٨ )

And (do) not
وَلَا
और ना
insult
تَسُبُّوا۟
तुम गाली दो
those whom
ٱلَّذِينَ
उनको जिन्हें
they invoke
يَدْعُونَ
वो पुकारते हैं
from
مِن
सिवाय
other than
دُونِ
सिवाय
Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह के
lest they insult
فَيَسُبُّوا۟
तो वो गाली देंगे
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह को
(in) enmity
عَدْوًۢا
ज़्यादती करके
without
بِغَيْرِ
बग़ैर
knowledge
عِلْمٍۗ
इल्म के
Thus
كَذَٰلِكَ
इसी तरह
We have made fair-seeming
زَيَّنَّا
मुज़य्यन कर दिए हमने
to every
لِكُلِّ
वास्ते हर
community
أُمَّةٍ
उम्मत के
their deed
عَمَلَهُمْ
अमल उनके
Then
ثُمَّ
फिर
to
إِلَىٰ
तरफ़ अपने रब के
their Lord
رَبِّهِم
तरफ़ अपने रब के
(is) their return
مَّرْجِعُهُمْ
लौटना है उनका
then He will inform them
فَيُنَبِّئُهُم
फिर वो बता देगा उन्हें
about what
بِمَا
वो जो
they used to
كَانُوا۟
थे वो
do
يَعْمَلُونَ
वो अमल करते

Wala tasubboo allatheena yad'oona min dooni Allahi fayasubboo Allaha 'adwan bighayri 'ilmin kathalika zayyanna likulli ommatin 'amalahum thumma ila rabbihim marji'uhum fayunabbiohum bima kanoo ya'maloona (al-ʾAnʿām 6:108)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

अल्लाह के सिवा जिन्हें ये पुकारते है, तुम उनके प्रति अपशब्द का प्रयोग न करो। ऐसा न हो कि वे हद से आगे बढ़कर अज्ञान वश अल्लाह के प्रति अपशब्द का प्रयोग करने लगें। इसी प्रकार हमने हर गिरोह के लिए उसके कर्म को सुहावना बना दिया है। फिर उन्हें अपने रब की ही ओर लौटना है। उस समय वह उन्हें बता देगा. जो कुछ वे करते रहे होंगे

English Sahih:

And do not insult those they invoke other than Allah, lest they insult Allah in enmity without knowledge. Thus We have made pleasing to every community their deeds. Then to their Lord is their return, and He will inform them about what they used to do. ([6] Al-An'am : 108)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और ये (मुशरेकीन) जिन की अल्लाह के सिवा (ख़ुदा समझ कर) इबादत करते हैं उन्हें तुम बुरा न कहा करो वरना ये लोग भी ख़ुदा को बिना समझें अदावत से बुरा (भला) कह बैठें (और लोग उनकी ख्वाहिश नफसानी के) इस तरह पाबन्द हुए कि गोया हमने ख़ुद हर गिरोह के आमाल उनको सॅवाकर अच्छे कर दिखाए फिर उन्हें तो (आख़िरकार) अपने परवरदिगार की तरफ लौट कर जाना है तब जो कुछ दुनिया में कर रहे थे ख़ुदा उन्हें बता देगा