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۞ اِنَّمَا يَسْتَجِيْبُ الَّذِيْنَ يَسْمَعُوْنَ ۗوَالْمَوْتٰى يَبْعَثُهُمُ اللّٰهُ ثُمَّ اِلَيْهِ يُرْجَعُوْنَ   ( الأنعام: ٣٦ )

Only
إِنَّمَا
बेशक
respond
يَسْتَجِيبُ
क़ुबूल करते हैं
those who
ٱلَّذِينَ
वही जो
listen
يَسْمَعُونَۘ
सुनते हैं
But the dead
وَٱلْمَوْتَىٰ
और मुर्दे
will resurrect them
يَبْعَثُهُمُ
उठाएगा उन्हें
Allah
ٱللَّهُ
अल्लाह
then
ثُمَّ
फिर
to Him
إِلَيْهِ
उसी की तरफ़
they will be returned
يُرْجَعُونَ
वो लौटाए जाऐंगे

Innama yastajeebu allatheena yasma'oona waalmawta yab'athuhumu Allahu thumma ilayhi yurja'oona (al-ʾAnʿām 6:36)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

मानते हो वही लोग है जो सुनते है, रहे मुर्दे, तो अल्लाह उन्हें (क़ियामत के दिन) उठा खड़ा करेगा; फिर वे उसी के ओर पलटेंगे

English Sahih:

Only those who hear will respond. But the dead – Allah will resurrect them; then to Him they will be returned. ([6] Al-An'am : 36)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(तुम्हारा कहना तो) सिर्फ वही लोग मानते हैं जो (दिल से) सुनते हैं और मुर्दो को तो ख़ुदा क़यामत ही में उठाएगा फिर उसी की तरफ लौटाए जाएंगें