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يٰٓاَيُّهَا الَّذِيْنَ اٰمَنُوْٓا اِذَا نُوْدِيَ لِلصَّلٰوةِ مِنْ يَّوْمِ الْجُمُعَةِ فَاسْعَوْا اِلٰى ذِكْرِ اللّٰهِ وَذَرُوا الْبَيْعَۗ ذٰلِكُمْ خَيْرٌ لَّكُمْ اِنْ كُنْتُمْ تَعْلَمُوْنَ   ( الجمعة: ٩ )

O!
يَٰٓأَيُّهَا
ऐ लोगो जो
(you) who!
ٱلَّذِينَ
ऐ लोगो जो
believe!
ءَامَنُوٓا۟
ईमान लाए हो
When
إِذَا
जब
(the) call is made
نُودِىَ
पुकारा जाए
for (the) prayer
لِلصَّلَوٰةِ
नमाज़ के लिए
on
مِن
दिन
(the) day
يَوْمِ
दिन
(of) Friday
ٱلْجُمُعَةِ
जुमा के
then hasten
فَٱسْعَوْا۟
तो दौड़ो
to
إِلَىٰ
तरफ़ अल्लाह के ज़िक्र के
(the) remembrance
ذِكْرِ
तरफ़ अल्लाह के ज़िक्र के
(of) Allah
ٱللَّهِ
तरफ़ अल्लाह के ज़िक्र के
and leave
وَذَرُوا۟
और छोड़ दो
the business
ٱلْبَيْعَۚ
ख़रीद व फ़रोख़्त
That
ذَٰلِكُمْ
ये
(is) better
خَيْرٌ
बेहतर है
for you
لَّكُمْ
तुम्हारे लिए
if
إِن
अगर
you
كُنتُمْ
हो तुम
know
تَعْلَمُونَ
तुम इल्म रखते

Ya ayyuha allatheena amanoo itha noodiya lilssalati min yawmi aljumu'ati fais'aw ila thikri Allahi watharoo albay'a thalikum khayrun lakum in kuntum ta'lamoona (al-Jumuʿah 62:9)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

ऐ ईमान लानेवालो, जब जुमा के दिन नमाज़ के लिए पुकारा जाए तो अल्लाह की याद की ओर दौड़ पड़ो और क्रय-विक्रय छोड़ दो। यह तुम्हारे लिए अच्छा है, यदि तुम जानो

English Sahih:

O you who have believed, when [the adhan] is called for the prayer on the day of Jumu’ah [Friday], then proceed to the remembrance of Allah and leave trade. That is better for you, if you only knew. ([62] Al-Jumu'ah : 9)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

ऐ ईमानदारों जब जुमा का दिन नमाज़ (जुमा) के लिए अज़ान दी जाए तो ख़ुदा की याद (नमाज़) की तरफ दौड़ पड़ो और (ख़रीद) व फरोख्त छोड़ दो अगर तुम समझते हो तो यही तुम्हारे हक़ में बेहतर है