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اِنَّ رَبَّكَ هُوَ اَعْلَمُ بِمَنْ ضَلَّ عَنْ سَبِيْلِهٖۖ وَهُوَ اَعْلَمُ بِالْمُهْتَدِيْنَ   ( القلم: ٧ )

Indeed
إِنَّ
बेशक
your Lord
رَبَّكَ
रब आपका
He
هُوَ
वो
(is) most knowing
أَعْلَمُ
ज़्यादा जानता है
of (he) who
بِمَن
उसे जो
has strayed
ضَلَّ
भटक गया
from
عَن
उसके रास्ते से
His way
سَبِيلِهِۦ
उसके रास्ते से
and He
وَهُوَ
और वो
(is) most knowing
أَعْلَمُ
ज़्यादा जानता है
of the guided ones
بِٱلْمُهْتَدِينَ
हिदायत पाने वालों को

Inna rabbaka huwa a'lamu biman dalla 'an sabeelihi wahuwa a'lamu bialmuhtadeena (al-Q̈alam 68:7)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

निस्संदेह तुम्हारा रब उसे भली-भाँति जानता है जो उसके मार्ग से भटक गया है, और वही उन लोगों को भी जानता है जो सीधे मार्ग पर हैं

English Sahih:

Indeed, your Lord is most knowing of who has gone astray from His way, and He is most knowing of the [rightly] guided. ([68] Al-Qalam : 7)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

बेशक तुम्हारा परवरदिगार इनसे ख़ूब वाक़िफ़ है जो उसकी राह से भटके हुए हैं और वही हिदायत याफ्ता लोगों को भी ख़ूब जानता है