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وَلَا بِقَوْلِ كَاهِنٍۗ قَلِيْلًا مَّا تَذَكَّرُوْنَۗ  ( الحاقة: ٤٢ )

And not
وَلَا
और ना ही
(it is the) word
بِقَوْلِ
क़ौल है
(of) a soothsayer;
كَاهِنٍۚ
किसी काहिन का
little
قَلِيلًا
कितना कम
(is) what
مَّا
कितना कम
you remember
تَذَكَّرُونَ
तुम नसीहत पकड़ते हो

Wala biqawli kahinin qaleelan ma tathakkaroona (al-Ḥāq̈q̈ah 69:42)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और न वह किसी काहिन का वाणी है। तुम होश से थोड़े ही काम लेते हो

English Sahih:

Nor the word of a soothsayer; little do you remember. ([69] Al-Haqqah : 42)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और न किसी काहिन की (ख्याली) बात है तुम लोग तो बहुत कम ग़ौर करते हो