Skip to main content

قَالُوْٓا اَجِئْتَنَا لِنَعْبُدَ اللّٰهَ وَحْدَهٗ وَنَذَرَ مَا كَانَ يَعْبُدُ اٰبَاۤؤُنَاۚ فَأْتِنَا بِمَا تَعِدُنَآ اِنْ كُنْتَ مِنَ الصّٰدِقِيْنَ   ( الأعراف: ٧٠ )

They said
قَالُوٓا۟
उन्होंने कहा
"Have you come to us
أَجِئْتَنَا
क्या तू आया है हमारे पास
that we (should) worship
لِنَعْبُدَ
कि हम इबादत करें
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह की
Alone
وَحْدَهُۥ
अकेले उसी की
and we forsake
وَنَذَرَ
और हम छोड़ दें
what
مَا
जिनकी
used to
كَانَ
थे
worship
يَعْبُدُ
इबादत करते
our forefathers?
ءَابَآؤُنَاۖ
हमारे आबा ओ अजदाद
Then bring us
فَأْتِنَا
पस ले आओ हमारे पास
of what
بِمَا
उसे जो
you promise us
تَعِدُنَآ
तू धमकी देता है हमें
if
إِن
अगर
you are
كُنتَ
है तू
of
مِنَ
सच्चों में से
the truthful"
ٱلصَّٰدِقِينَ
सच्चों में से

Qaloo ajitana lina'buda Allaha wahdahu wanathara ma kana ya'budu abaona fatina bima ta'iduna in kunta mina alssadiqeena (al-ʾAʿrāf 7:70)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

वे बोले, 'क्या तुम हमारे पास इसलिए आए हो कि अकेले अल्लाह की हम बन्दगी करें और जिनको हमारे बाप-दादा पूजते रहे है, उन्हें छोड़ दें? अच्छा, तो जिसकी तुम हमें धमकी देते हो, उसे हमपर ले आओ, यदि तुम सच्चे हो।'

English Sahih:

They said, "Have you come to us that we should worship Allah alone and leave what our fathers have worshipped? Then bring us what you promise us, if you should be of the truthful." ([7] Al-A'raf : 70)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

तो वह लोग कहने लगे क्या तुम हमारे पास इसलिए आए हो कि सिर्फ ख़ुदा की तो इबादत करें और जिनको हमारे बाप दादा पूजते चले आए छोड़ बैठें पस अगर तुम सच्चे हो तो जिससे तुम हमको डराते हो हमारे पास लाओ