وَوُجُوْهٌ يَّوْمَىِٕذٍۢ بَاسِرَةٌۙ ( القيامة: ٢٤ )
And faces
وَوُجُوهٌ
और कुछ चेहरे
that Day
يَوْمَئِذٍۭ
उस रोज़
(will be) distorted
بَاسِرَةٌ
बेरौनक़ होंगे
Wawujoohun yawmaithin basiratun (al-Q̈iyamah 75:24)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और कितने ही चेहरे उस दिन उदास और बिगड़े हुए होंगे,
English Sahih:
And [some] faces, that Day, will be contorted, ([75] Al-Qiyamah : 24)