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اِنَّ هٰذَا كَانَ لَكُمْ جَزَاۤءً وَّكَانَ سَعْيُكُمْ مَّشْكُوْرًا ࣖ   ( الانسان: ٢٢ )

"Indeed
إِنَّ
बेशक
this
هَٰذَا
ये
is
كَانَ
है
for you
لَكُمْ
तुम्हारे लिए
a reward
جَزَآءً
बदला
and has been
وَكَانَ
और है
your effort
سَعْيُكُم
कोशिश तुम्हारी
appreciated"
مَّشْكُورًا
क़ाबिले क़दर

Inna hatha kana lakum jazaan wakana sa'yukum mashkooran (al-ʾInsān 76:22)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

'यह है तुम्हारा बदला और तुम्हारा प्रयास क़द्र करने के योग्य है।'

English Sahih:

[And it will be said], "Indeed, this is for you a reward, and your effort has been appreciated." ([76] Al-Insan : 22)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

ये यक़ीनी तुम्हारे लिए होगा और तुम्हारी (कारगुज़ारियों के) सिले में और तुम्हारी कोशिश क़ाबिले शुक्र गुज़ारी है