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وَاعْلَمُوْٓا اَنَّمَآ اَمْوَالُكُمْ وَاَوْلَادُكُمْ فِتْنَةٌ ۙوَّاَنَّ اللّٰهَ عِنْدَهٗٓ اَجْرٌ عَظِيْمٌ ࣖ  ( الأنفال: ٢٨ )

And know
وَٱعْلَمُوٓا۟
और जान लो
that
أَنَّمَآ
बेशक
your wealth
أَمْوَٰلُكُمْ
माल तुम्हारे
and your children
وَأَوْلَٰدُكُمْ
और औलाद तुम्हारी
(are) a trial
فِتْنَةٌ
आज़माइश हैं
And that
وَأَنَّ
और बेशक
Allah -
ٱللَّهَ
अल्लाह
with Him
عِندَهُۥٓ
उसके पास
(is) a reward
أَجْرٌ
अजर है
great
عَظِيمٌ
बहुत बड़ा

Wai'lamoo annama amwalukum waawladukum fitnatun waanna Allaha 'indahu ajrun 'atheemun (al-ʾAnfāl 8:28)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और जान रखो कि तुम्हारे माल और तुम्हारी संतान परीक्षा-सामग्री हैं और यह कि अल्लाह के पास बड़ा प्रतिदान है

English Sahih:

And know that your properties and your children are but a trial and that Allah has with Him a great reward. ([8] Al-Anfal : 28)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और यक़ीन जानों कि तुम्हारे माल और तुम्हारी औलाद तुम्हारी आज़माइश (इम्तेहान) की चीज़े हैं कि जो उनकी मोहब्बत में भी ख़ुदा को न भूले और वह दीनदार है