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ارْجِعِيْٓ اِلٰى رَبِّكِ رَاضِيَةً مَّرْضِيَّةً ۚ  ( الفجر: ٢٨ )

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ٱرْجِعِىٓ
वापस चलो
to
إِلَىٰ
तरफ़ अपने रब के
your Lord
رَبِّكِ
तरफ़ अपने रब के
well pleased
رَاضِيَةً
राज़ी हो कर
and pleasing
مَّرْضِيَّةً
पसंदीदा बन कर

Irji'ee ila rabbiki radiyatan mardiyyatan (al-Fajr 89:28)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

लौट अपने रब की ओर, इस तरह कि तू उससे राज़ी है वह तुझसे राज़ी है। अतः मेरे बन्दों में सम्मिलित हो जा। -

English Sahih:

Return to your Lord, well-pleased and pleasing [to Him], ([89] Al-Fajr : 28)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

अपने परवरदिगार की तरफ़ चल तू उससे ख़ुश वह तुझ से राज़ी