وَيَوْمَ نَحْشُرُهُمْ جَمِيْعًا ثُمَّ نَقُوْلُ لِلَّذِيْنَ اَشْرَكُوْا مَكَانَكُمْ اَنْتُمْ وَشُرَكَاۤؤُكُمْۚ فَزَيَّلْنَا بَيْنَهُمْ وَقَالَ شُرَكَاۤؤُهُمْ مَّا كُنْتُمْ اِيَّانَا تَعْبُدُوْنَ ( يونس: ٢٨ )
Wayawma nahshuruhum jamee'an thumma naqoolu lillatheena ashrakoo makanakum antum washurakaokum fazayyalna baynahum waqala shurakaohum ma kuntum iyyana ta'budoona (al-Yūnus 10:28)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और जिस दिन हम उन सबको इकट्ठा करेंगे, फिर उन लोगों से, जिन्होंने शिर्क किया होगा, कहेंगे, 'अपनी जगह ठहरे रहो तुम भी और तुम्हारे साझीदार भी।' फिर हम उनके बीच अलगाव पैदा कर देंगे, और उनके ठहराए हुए साझीदार कहेंगे, 'तुम हमारी तो हमारी बन्दगी नहीं करते थे
English Sahih:
And [mention, O Muhammad], the Day We will gather them all together – then We will say to those who associated others with Allah, "[Remain in] your place, you and your 'partners.'" Then We will separate them, and their "partners" will say, "You did not used to worship us, ([10] Yunus : 28)