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قَالُوْا يٰنُوْحُ قَدْ جَادَلْتَنَا فَاَ كْثَرْتَ جِدَالَنَا فَأْتِنَا بِمَا تَعِدُنَآ اِنْ كُنْتَ مِنَ الصّٰدِقِيْنَ  ( هود: ٣٢ )

They said
قَالُوا۟
उन्होंने कहा
"O Nuh!
يَٰنُوحُ
ऐ नूह
Indeed
قَدْ
तहक़ीक़
you disputed with us
جَٰدَلْتَنَا
झगड़ा किया तूने हमसे
and you (have been) frequent
فَأَكْثَرْتَ
फिर कसरत से किया तूने
(in) dispute with us
جِدَٰلَنَا
झगड़ा हमसे
So bring us
فَأْتِنَا
पस ले आ हमारे पास
what
بِمَا
वो जिसका
you threaten us (with)
تَعِدُنَآ
तू वादा देता है हमें
if
إِن
अगर
you are
كُنتَ
है तू
of
مِنَ
सच्चों में से
the truthful"
ٱلصَّٰدِقِينَ
सच्चों में से

Qaloo ya noohu qad jadaltana faaktharta jidalana fatina bima ta'iduna in kunta mina alssadiqeena (Hūd 11:32)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

उन्होंने कहा, 'ऐ नूह! तुम हमसे झगड़ चुके और बहुत झगड़ चुके। यदि तुम सच्चे हो तो जिसकी तुम हमें धमकी देते हो, अब उसे हम पर ले ही आओ।'

English Sahih:

They said, "O Noah, you have disputed [i.e., opposed] us and been frequent in dispute of us. So bring us what you threaten us, if you should be of the truthful." ([11] Hud : 32)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

वह लोग कहने लगे ऐ नूह तुम हम से यक़ीनन झगड़े और बहुत झगड़े फिर तुम सच्चे हो तो जिस (अज़ाब) की तुम हमें धमकी देते थे हम पर ला चुको