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وَقَالُوْا لَنْ نُّؤْمِنَ لَكَ حَتّٰى تَفْجُرَ لَنَا مِنَ الْاَرْضِ يَنْۢبُوْعًاۙ   ( الإسراء: ٩٠ )

And they say
وَقَالُوا۟
और उन्होंने कहा
"Never
لَن
हरगिज़ नहीं
we will believe
نُّؤْمِنَ
हम ईमान लाऐंगे
in you
لَكَ
तुम पर
until
حَتَّىٰ
यहाँ तक कि
you cause to gush forth
تَفْجُرَ
तुम जारी करो
for us
لَنَا
हमारे लिए
from
مِنَ
ज़मीन से
the earth
ٱلْأَرْضِ
ज़मीन से
a spring
يَنۢبُوعًا
एक चश्मा

Waqaloo lan numina laka hatta tafjura lana mina alardi yanboo'an (al-ʾIsrāʾ 17:90)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और उन्होंने कहा, 'हम तुम्हारी बात नहीं मानेंगे, जब तक कि तुम हमारे लिए धरती से एक स्रोत प्रवाहित न कर दो,

English Sahih:

And they say, "We will not believe you until you break open for us from the ground a spring ([17] Al-Isra : 90)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(ऐ रसूल कुफ्फार मक्के ने) तुमसे कहा कि जब तक तुम हमारे वास्ते ज़मीन से चश्मा (न) बहा निकालोगे हम तो तुम पर हरगिज़ ईमान न लाएँगें