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بَلٰى مَنْ اَسْلَمَ وَجْهَهٗ لِلّٰهِ وَهُوَ مُحْسِنٌ فَلَهٗٓ اَجْرُهٗ عِنْدَ رَبِّهٖۖ وَلَا خَوْفٌ عَلَيْهِمْ وَلَا هُمْ يَحْزَنُوْنَ ࣖ  ( البقرة: ١١٢ )

Yes
بَلَىٰ
हाँ (क्यों नहीं)
whoever
مَنْ
जिसने
submits
أَسْلَمَ
सुपुर्द कर दिया
his face
وَجْهَهُۥ
चेहरा अपना
to Allah
لِلَّهِ
अल्लाह के लिए
and he
وَهُوَ
और वो
(is) a good-doer
مُحْسِنٌ
मोहसिन हो
so for him
فَلَهُۥٓ
तो उसके लिए है
(is) his reward
أَجْرُهُۥ
अजर उसका
with
عِندَ
पास
his Lord
رَبِّهِۦ
उसके रब के
And no
وَلَا
और ना
fear
خَوْفٌ
कोई ख़ौफ़ होगा
(will be) on them
عَلَيْهِمْ
उन पर
and not
وَلَا
और ना
they
هُمْ
वो
(will) grieve
يَحْزَنُونَ
वो ग़मगीन होंगे

Bala man aslama wajhahu lillahi wahuwa muhsinun falahu ajruhu 'inda rabbihi wala khawfun 'alayhim wala hum yahzanoona (al-Baq̈arah 2:112)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

क्यों नहीं, जिसने भी अपने-आपको अल्लाह के प्रति समर्पित कर दिया और उसका कर्म भी अच्छे से अच्छा हो तो उसका प्रतिदान उसके रब के पास है और ऐसे लोगो के लिए न तो कोई भय होगा और न वे शोकाकुल होंगे

English Sahih:

Yes, [on the contrary], whoever submits his face [i.e., self] in IsLam to Allah while being a doer of good will have his reward with his Lord. And no fear will there be concerning them, nor will they grieve. ([2] Al-Baqarah : 112)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

हाँ अलबत्ता जिस शख्स ने खुदा के आगे अपना सर झुका दिया और अच्छे काम भी करता है तो उसके लिए उसके परवरदिगार के यहाँ उसका बदला (मौजूद) है और (आख़ेरत में) ऐसे लोगों पर न किसी तरह का ख़ौफ़ होगा और न ऐसे लोग ग़मग़ीन होगे