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وَمِنَ النَّاسِ مَنْ يَّشْرِيْ نَفْسَهُ ابْتِغَاۤءَ مَرْضَاتِ اللّٰهِ ۗوَاللّٰهُ رَءُوْفٌۢ بِالْعِبَادِ   ( البقرة: ٢٠٧ )

And of
وَمِنَ
और लोगों में से कोई है
the people
ٱلنَّاسِ
और लोगों में से कोई है
(is the one) who
مَن
जो
sells
يَشْرِى
बेचता है
his own self
نَفْسَهُ
अपने नफ़्स को
seeking
ٱبْتِغَآءَ
चाहने के लिए
pleasure
مَرْضَاتِ
रज़ा
(of) Allah
ٱللَّهِۗ
अल्लाह की
And Allah
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
(is) full of Kindness
رَءُوفٌۢ
बहुत शफ़ीक़ है
to His servants
بِٱلْعِبَادِ
बन्दों पर

Wamina alnnasi man yashree nafsahu ibtighaa mardati Allahi waAllahu raoofun bial'ibadi (al-Baq̈arah 2:207)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और लोगों में वह भी है जो अल्लाह की प्रसन्नता के संसाधन की चाह में अपनी जान खता देता है। अल्लाह भी अपने ऐसे बन्दों के प्रति अत्यन्त करुणाशील है

English Sahih:

And of the people is he who sells himself, seeking means to the approval of Allah. And Allah is Kind to [His] servants. ([2] Al-Baqarah : 207)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और लोगों में से ख़ुदा के बन्दे कुछ ऐसे हैं जो ख़ुदा की (ख़ुशनूदी) हासिल करने की ग़रज़ से अपनी जान तक बेच डालते हैं और ख़ुदा ऐसे बन्दों पर बड़ा ही यफ्क्क़त वाला है