لَيُدْخِلَنَّهُمْ مُّدْخَلًا يَّرْضَوْنَهٗۗ وَاِنَّ اللّٰهَ لَعَلِيْمٌ حَلِيْمٌ ( الحج: ٥٩ )
Surely He will admit them
لَيُدْخِلَنَّهُم
अलबत्ता वो ज़रूर दाख़िल करेगा उन्हें
(to) an entrance
مُّدْخَلًا
दाख़िल होने की जगह
they will be pleased (with) it
يَرْضَوْنَهُۥۗ
वो पसन्द करेंगे जिसे
And indeed
وَإِنَّ
और बेशक
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह
surely (is) All-Knowing
لَعَلِيمٌ
अलबत्ता ख़ूब इल्म वाला है
Most Forbearing
حَلِيمٌ
ख़ूब हिल्म वाला है
Layudkhilannahum mudkhalan yardawnahu wainna Allaha la'aleemun haleemun (al-Ḥajj 22:59)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
वह उन्हें ऐसी जगह प्रवेश कराएगा जिससे वे प्रसन्न हो जाएँगे। और निश्चय ही अल्लाह सर्वज्ञ, अत्यन्त सहनशील है
English Sahih:
He will surely cause them to enter an entrance with which they will be pleased, and indeed, Allah is Knowing and Forbearing. ([22] Al-Hajj : 59)