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اَمْ يَقُوْلُوْنَ بِهٖ جِنَّةٌ ۗ بَلْ جَاۤءَهُمْ بِالْحَقِّ وَاَكْثَرُهُمْ لِلْحَقِّ كٰرِهُوْنَ   ( المؤمنون: ٧٠ )

Or
أَمْ
या
they say
يَقُولُونَ
वो कहते हैं
"In him
بِهِۦ
उसे
(is) madness?"
جِنَّةٌۢۚ
जुनून है
Nay
بَلْ
बल्कि
he brought them
جَآءَهُم
वो लाया है उनके पास
the truth
بِٱلْحَقِّ
हक़
but most of them
وَأَكْثَرُهُمْ
और अक्सर उनके
to the truth
لِلْحَقِّ
हक़ को
(are) averse
كَٰرِهُونَ
नापसंद करने वाले हैं

Am yaqooloona bihi jinnatun bal jaahum bialhaqqi waaktharuhum lilhaqqi karihoona (al-Muʾminūn 23:70)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

या वे कहते है, 'उसे उन्माद हो गया है।' नहीं, बल्कि वह उनके पास सत्य लेकर आया है। किन्तु उनमें अधिकांश को सत्य अप्रिय है

English Sahih:

Or do they say, "In him is madness"? Rather, he brought them the truth, but most of them, to the truth, are averse. ([23] Al-Mu'minun : 70)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

या कहते हैं कि इसको जुनून हो गया है (हरगिज़ उसे जुनून नहीं) बल्कि वह तो उनके पास हक़ बात लेकर आया है और उनमें के अक्सर हक़ बात से नफरत रखते हैं