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وَاغْفِرْ لِاَبِيْٓ اِنَّهٗ كَانَ مِنَ الضَّاۤلِّيْنَ ۙ   ( الشعراء: ٨٦ )

And forgive
وَٱغْفِرْ
और बख़्श दे
my father
لِأَبِىٓ
मेरे बाप को
Indeed he
إِنَّهُۥ
बेशक वो
is
كَانَ
है वो
of
مِنَ
गुमराहों में से
those astray
ٱلضَّآلِّينَ
गुमराहों में से

Waighfir liabee innahu kana mina alddalleena (aš-Šuʿarāʾ 26:86)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और मेरे बाप को क्षमा कर दे। निश्चय ही वह पथभ्रष्ट लोगों में से है

English Sahih:

And forgive my father. Indeed, he has been of those astray. ([26] Ash-Shu'ara : 86)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और मेरे (मुँह बोले) बाप (चचा आज़र) को बख्श दे क्योंकि वह गुमराहों में से है