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وَاَمْطَرْنَا عَلَيْهِمْ مَّطَرًاۚ فَسَاۤءَ مَطَرُ الْمُنْذَرِيْنَ ࣖ   ( النمل: ٥٨ )

And We rained
وَأَمْطَرْنَا
और बरसाई हमने
upon them
عَلَيْهِم
उन पर
a rain
مَّطَرًاۖ
एक बारिश
and was evil
فَسَآءَ
तो बहुत बुरी थी
(the) rain
مَطَرُ
बारिश
(on) those who were warned
ٱلْمُنذَرِينَ
डराए जाने वालों की

Waamtarna 'alayhim mataran fasaa mataru almunthareena (an-Naml 27:58)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और हमने उनपर एक बरसात बरसाई और वह बहुत ही बुरी बरसात था उन लोगों के हक़ में, जिन्हें सचेत किया जा चुका था

English Sahih:

And We rained upon them a rain [of stones], and evil was the rain of those who were warned. ([27] An-Naml : 58)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और (फिर तो) हमने उन लोगों पर (पत्थर का) मेंह बरसाया तो जो लोग डराए जा चुके थे उन पर क्या बुरा मेंह बरसा