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بَلِ ادّٰرَكَ عِلْمُهُمْ فِى الْاٰخِرَةِۗ بَلْ هُمْ فِيْ شَكٍّ مِّنْهَاۗ بَلْ هُمْ مِّنْهَا عَمُوْنَ ࣖ   ( النمل: ٦٦ )

Nay
بَلِ
बल्कि
is arrested
ٱدَّٰرَكَ
गुम हो गया
their knowledge
عِلْمُهُمْ
इल्म उनका
of
فِى
आख़िरत के बारे में
the Hereafter?
ٱلْءَاخِرَةِۚ
आख़िरत के बारे में
Nay
بَلْ
बल्कि
they
هُمْ
वो
(are) in
فِى
शक में हैं
doubt
شَكٍّ
शक में हैं
about it
مِّنْهَاۖ
उस से
Nay
بَلْ
बल्कि
they
هُم
वो
about it
مِّنْهَا
उससे
(are) blind
عَمُونَ
अँधे हैं

Bali iddaraka 'ilmuhum fee alakhirati bal hum fee shakkin minha bal hum minha 'amoona (an-Naml 27:66)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

बल्कि आख़िरत के विषय में उनका ज्ञान पक्का हो गया है, बल्कि ये उसकी ओर से कुछ संदेह में है, बल्कि वे उससे अंधे है

English Sahih:

Rather, their knowledge is arrested concerning the Hereafter. Rather, they are in doubt about it. Rather, they are, concerning it, blind. ([27] An-Naml : 66)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

बल्कि (असल ये है कि) आख़िरत के बारे में उनके इल्म का ख़ात्मा हो गया है बल्कि उसकी तरफ से शक में पड़ें हैं बल्कि (सच ये है कि) इससे ये लोग अंधे बने हुए हैं