لَقَدْ سَمِعَ اللّٰهُ قَوْلَ الَّذِيْنَ قَالُوْٓا اِنَّ اللّٰهَ فَقِيْرٌ وَّنَحْنُ اَغْنِيَاۤءُ ۘ سَنَكْتُبُ مَا قَالُوْا وَقَتْلَهُمُ الْاَنْۢبِيَاۤءَ بِغَيْرِ حَقٍّۙ وَّنَقُوْلُ ذُوْقُوْا عَذَابَ الْحَرِيْقِ ( آل عمران: ١٨١ )
Laqad sami'a Allahu qawla allatheena qaloo inna Allaha faqeerun wanahnu aghniyaon sanaktubu ma qaloo waqatlahumu alanbiyaa bighayri haqqin wanaqoolu thooqoo 'athaba alhareeqi (ʾĀl ʿImrān 3:181)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
अल्लाह उन लोगों की बात सुन चुका है जिनका कहना है कि 'अल्लाह तो निर्धन है और हम धनवान है।' उनकी बात हम लिख लेंगे और नबियों को जो वे नाहक क़त्ल करते रहे है उसे भी। और हम कहेंगे, 'लो, (अब) जलने की यातना का मज़ा चखो।'
English Sahih:
Allah has certainly heard the statement of those [Jews] who said, "Indeed, Allah is poor, while we are rich." We will record what they said and their killing of the prophets without right and will say, "Taste the punishment of the Burning Fire. ([3] Ali 'Imran : 181)
1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi
जो लोग (यहूद) ये कहते हैं कि ख़ुदा तो कंगाल है और हम बड़े मालदार हैं ख़ुदा ने उनकी ये बकवास सुनी उन लोगों ने जो कुछ किया उसको और उनका पैग़म्बरों को नाहक़ क़त्ल करना हम अभी से लिख लेते हैं और (आज तो जो जी में कहें मगर क़यामत के दिन) हम कहेंगे कि अच्छा तो लो (अपनी शरारत के एवज़ में) जलाने वाले अज़ाब का मज़ा चखो