اَمْ اَنْزَلْنَا عَلَيْهِمْ سُلْطٰنًا فَهُوَ يَتَكَلَّمُ بِمَا كَانُوْا بِهٖ يُشْرِكُوْنَ ( الروم: ٣٥ )
Or
أَمْ
या
have We sent
أَنزَلْنَا
उतारी हमने
to them
عَلَيْهِمْ
उन पर
an authority
سُلْطَٰنًا
कोई दलील
and it
فَهُوَ
तो वो
speaks
يَتَكَلَّمُ
वो बताती है
of what
بِمَا
उनको वो जो
they were
كَانُوا۟
हैं वो
with Him
بِهِۦ
साथ जिसके
associating?
يُشْرِكُونَ
वो शरीक ठहराते
Am anzalna 'alayhim sultanan fahuwa yatakallamu bima kanoo bihi yushrikoona (ar-Rūm 30:35)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
(क्या उनके देवताओं ने उनकी सहायता की थी) या हमने उनपर ऐसा कोई प्रमाण उतारा है कि वह उसके हक़ में बोलता हो, जो वे उसके साथ साझी ठहराते है
English Sahih:
Or have We sent down to them an authority [i.e., a proof or scripture], and it speaks of what they have been associating with Him? ([30] Ar-Rum : 35)