يَسْـَٔلُكَ النَّاسُ عَنِ السَّاعَةِۗ قُلْ اِنَّمَا عِلْمُهَا عِنْدَ اللّٰهِ ۗوَمَا يُدْرِيْكَ لَعَلَّ السَّاعَةَ تَكُوْنُ قَرِيْبًا ( الأحزاب: ٦٣ )
Ask you
يَسْـَٔلُكَ
सवाल करते हैं आप से
the people
ٱلنَّاسُ
लोग
about
عَنِ
क़यामत के बारे में
the Hour
ٱلسَّاعَةِۖ
क़यामत के बारे में
Say
قُلْ
कह दीजिए
"Only
إِنَّمَا
बेशक
its knowledge
عِلْمُهَا
इल्म उसका
(is) with
عِندَ
पास है
Allah
ٱللَّهِۚ
अल्लाह के
And what
وَمَا
और क्या चीज़
will make you know?
يُدْرِيكَ
बताए आपको
Perhaps
لَعَلَّ
शायद कि
the Hour
ٱلسَّاعَةَ
क़यामत
is
تَكُونُ
हो वो
near"
قَرِيبًا
क़रीब ही
Yasaluka alnnasu 'ani alssa'ati qul innama 'ilmuha 'inda Allahi wama yudreeka la'alla alssa'ata takoonu qareeban (al-ʾAḥzāb 33:63)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
लोग तुमसे क़ियामत की घड़ी के बारे में पूछते है। कह दो, 'उसका ज्ञान तो बस अल्लाह ही के पास है। तुम्हें क्या मालूम? कदाचित वह घड़ी निकट ही हो।'
English Sahih:
People ask you concerning the Hour. Say, "Knowledge of it is only with Allah. And what may make you perceive? Perhaps the Hour is near." ([33] Al-Ahzab : 63)