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لِّيَجْزِيَ الَّذِيْنَ اٰمَنُوْا وَعَمِلُوا الصّٰلِحٰتِۗ اُولٰۤىِٕكَ لَهُمْ مَّغْفِرَةٌ وَّرِزْقٌ كَرِيْمٌ   ( سبإ: ٤ )

That He may reward
لِّيَجْزِىَ
ताकि वो बदला दे
those who
ٱلَّذِينَ
उनको जो
believe
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए
and do
وَعَمِلُوا۟
और उन्होंने अमल किए
righteous deeds
ٱلصَّٰلِحَٰتِۚ
नेक
Those -
أُو۟لَٰٓئِكَ
यही लोग हैं
for them
لَهُم
उनके लिए
(will be) forgiveness
مَّغْفِرَةٌ
बख़्शिश
and a provision
وَرِزْقٌ
और रिज़्क़ है
noble
كَرِيمٌ
इज़्ज़त वाला

Liyajziya allatheena amanoo wa'amiloo alssalihati olaika lahum maghfiratun warizqun kareemun (Sabaʾ 34:4)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

'ताकि वह उन लोगों को बदला दे, जो ईमान लाए और उन्होंने अच्छे कर्म किए। वहीं है जिनके लिए क्षमा और प्रतिष्ठामय आजीविका है

English Sahih:

That He may reward those who believe and do righteous deeds. Those will have forgiveness and noble provision. ([34] Saba : 4)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

ताकि जिन लोगों ने ईमान क़ुबूल किया और (अच्छे) काम किए उनको खुदा जज़ाए खैर दे यही वह लोग हैं जिनके लिए (गुनाहों की) मग़फेरत और (बहुत ही) इज्ज़त की रोज़ी है