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اَلَمْ تَرَ اَنَّ اللّٰهَ اَنْزَلَ مِنَ السَّمَاۤءِ مَاۤءًۚ فَاَخْرَجْنَا بِهٖ ثَمَرٰتٍ مُّخْتَلِفًا اَلْوَانُهَا ۗوَمِنَ الْجِبَالِ جُدَدٌ ۢبِيْضٌ وَّحُمْرٌ مُّخْتَلِفٌ اَلْوَانُهَا وَغَرَابِيْبُ سُوْدٌ   ( فاطر: ٢٧ )

Do not
أَلَمْ
क्या नहीं
you see
تَرَ
आपने देखा
that
أَنَّ
बेशक
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह ने
sends down
أَنزَلَ
उतारा
from
مِنَ
आसमान से
the sky
ٱلسَّمَآءِ
आसमान से
water
مَآءً
पानी
then We bring forth
فَأَخْرَجْنَا
फिर निकाला हमने
therewith
بِهِۦ
साथ उसके
fruits
ثَمَرَٰتٍ
फल
(of) various
مُّخْتَلِفًا
मुख़्तलिफ़ हैं
[their] colors?
أَلْوَٰنُهَاۚ
रंग उनके
And in
وَمِنَ
और पहाड़ों में से
the mountains
ٱلْجِبَالِ
और पहाड़ों में से
(are) tracts
جُدَدٌۢ
टुकड़े हैं
white
بِيضٌ
कुछ सफ़ेद
and red
وَحُمْرٌ
और कुछ सुर्ख़
(of) various
مُّخْتَلِفٌ
मुख़्तलिफ़ हैं
[their] colors
أَلْوَٰنُهَا
रंग उनके
and intensely black
وَغَرَابِيبُ
और कुछ काले
and intensely black
سُودٌ
सयाह

Alam tara anna Allaha anzala mina alssamai maan faakhrajna bihi thamaratin mukhtalifan alwanuha wamina aljibali judadun beedun wahumrun mukhtalifun alwanuha wagharabeebu soodun (Fāṭir 35:27)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

क्या तुमने नहीं देखा कि अल्लाह ने आकाश से पानी बरसाया, फिर उसके द्वारा हमने फल निकाले, जिनके रंग विभिन्न प्रकार के होते है? और पहाड़ो में भी श्वेत और लाल विभिन्न रंगों की धारियाँ पाई जाती है, और भुजंग काली भी

English Sahih:

Do you not see that Allah sends down rain from the sky, and We produce thereby fruits of varying colors? And in the mountains are tracts, white and red of varying shades and [some] extremely black. ([35] Fatir : 27)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

अब क्या तुमने इस पर भी ग़ौर नहीं किया कि यक़ीनन खुदा ही ने आसमान से पानी बरसाया फिर हम (खुदा) ने उसके ज़रिए से तरह-तरह की रंगतों के फल पैदा किए और पहाड़ों में क़तआत (टुकड़े रास्ते) हैं जिनके रंग मुख़तलिफ है कुछ तो सफेद (बुर्राक़) और कुछ लाल (लाल) और कुछ बिल्कुल काले सियाह